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   ध्यान, योग एवं प्राणायाम को जन-कल्याण हेतु सुलभ कराने की दृष्टि से विवस्वान मेडिटेशनम् नामक प्रतिष्ठान की नींव योगिनी स्नेहा जी द्वारा रखी गई थी। आज संस्थान द्वारा ध्यान योग साधना के अन्तर्गत ध्यान, योग एवं प्राणायाम, मंत्र शास्त्र के अन्तर्गत वैदिक एवं तांत्रिक तथा अध्यात्म के अन्तर्गत विभिन्न प्रकार के लेखों का प्रमुख रूप से शिक्षण-प्रशिक्षण कुशलतापूर्वक किया जा रहा है, इस सम्बन्ध में सारगर्भित लेख भी वेबसाइट पर पढ़े जा सकते हैं। सभी पाठकों से आग्रह है कि वह अद्यतन जानकारियों हेतु दैनिक, साप्ताहिक अथवा मासिक रूप से अपनी सुविधानुसार वेबसाइट नियमित रूप से विजिट करते रहें।

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